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इसे जंगली फल ना समझे ताकत का खजाना है यह चीज कई बीमारियों का रामबाण इलाज

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  अंजीर: फायदे, उपयोग और सावधानियाँ अंजीर एक बेहद पौष्टिक और स्वादिष्ट फल है जिसे विभिन्न रूपों में उपयोग किया जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम फिकस कारिका (Ficus carica) है। अंजीर का सेवन विभिन्न प्रकार के स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है, लेकिन कुछ लोगों के लिए इसका सेवन हानिकारक भी हो सकता है। इस लेख में हम अंजीर खाने के फायदों, इसके उपयोग और किन लोगों को अंजीर नहीं खाना चाहिए, इस पर चर्चा करेंगे। अंजीर खाने के फायदे पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद : अंजीर में फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जो पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करता है। यह कब्ज और अन्य पाचन समस्याओं से राहत दिलाने में सहायक होता है। हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा : अंजीर में पोटैशियम और मैग्नीशियम जैसे मिनरल्स होते हैं जो हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं। ये तत्व रक्तचाप को नियंत्रित करने और हृदय संबंधी बीमारियों के जोखिम को कम करने में मदद करते हैं।

पुरस्कार विजेता फिल्म निर्देशक विपिन अग्निहोत्री ने विश्व चॉकलेट दिवस पर गरीब बच्चों को चॉकलेट बांटी

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विपिन अग्निहोत्री लगातार समय-समय पर जनहित व सामाजहित के कार्य भी करते रहते हैं | पुरस्कार विजेता फिल्म निर्देशक विपिन अग्निहोत्री ने विश्व चॉकलेट दिवस पर लखनऊ में समाज के वंचित वर्ग के बच्चों को चॉकलेट बांटी। समाज के निचले तबके के कल्याण को सुनिश्चित करने के लिए विपिन अग्निहोत्री द्वारा की गई यह एक और पहल थी। विपिन अग्निहोत्री सभी के लिए एक समान और न्यायपूर्ण दुनिया बनाने का प्रयास करते हैं। वे समाज के वंचित और वंचित तबकों के जीवन में आशा और खुशी की चिंगारी जलाने के लिए ऐसी अन्य पहलों की प्रतीक्षा कर रहे हैं। "लोगों द्वारा किया गया छोटा-मोटा योगदान और प्रयास इन बच्चों के जीवन में बहुत बड़ा बदलाव ला सकता है। मैं इन मासूम बच्चों के जीवन में खुशियाँ फैलाने के लिए ऐसी अन्य पहलों की प्रतीक्षा कर रहा हूँ," विपिन अग्निहोत्री ने कहा।

राहुल गांधी का पीएम पर हमला: 'भारत बनाने वालों' को झेलना पड़ रहा है कष्ट

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काग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला है। एक जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि जो लोग भारत के निर्माण में योगदान दे रहे हैं, उन्हें आज के समय में काफी कष्ट झेलना पड़ रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि मौजूदा सरकार की नीतियों ने देश की आर्थिक और सामाजिक स्थिति को कमजोर किया है। राहुल गांधी ने कहा, "आज हमारे देश में जो भी 'भारत बनाने वाले' हैं, चाहे वे किसान हों, मजदूर हों, छोटे व्यापारी हों या फिर युवा हों, सभी को मौजूदा सरकार की गलत नीतियों की वजह से कष्ट झेलना पड़ रहा है। यह सरकार केवल बड़े उद्योगपतियों के हित में काम कर रही है और आम आदमी की समस्याओं की अनदेखी कर रही है।"

2024 में नए आधार कार्ड नियम: जाने पूरी जानकारी नहीं तो नोटबंदी की तरह लाइन में लगना पड़ेगा

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2024 में नए आधार कार्ड नियम: पूरी जानकारी आधार आधार कार्ड, भारत सरकार द्वारा जारी एक अद्वितीय पहचान पत्र है, जो नागरिकों के लिए विभिन्न सरकारी सेवाओं और लाभों का उपयोग करने में आवश्यक है। 2024 में, आधार कार्ड के नियमों में कई महत्वपूर्ण परिवर्तन किए गए हैं। इन परिवर्तनों का उद्देश्य आधार कार्ड की प्रक्रिया को अधिक सुरक्षित, सरल और उपयोगकर्ता-मित्र बनाना है। आइए, इन नए नियमों की पूरी जानकारी प्राप्त करें।

श्री लाल कृष्ण आडवाणी जी का जीवन परिचय जन्म से अब तक का सफर

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  लाल कृष्ण आडवाणी: जन्म से लेकर अब तक का सफर लाल कृष्ण आडवाणी, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के प्रमुख नेता और भारतीय राजनीति के एक महत्वपूर्ण शख्सियत हैं। उनका जीवन और राजनीतिक सफर प्रेरणादायक और उल्लेखनीय है। आडवाणी का जीवन सफर एक साधारण परिवार से शुरू होकर भारतीय राजनीति के शिखर तक पहुंचा है। यहां उनके जीवन के प्रमुख पहलुओं का विवरण दिया जा रहा है। प्रारंभिक जीवन और शिक्षा लाल कृष्ण आडवाणी का जन्म 8 नवंबर 1927 को कराची, अविभाजित भारत (अब पाकिस्तान) में हुआ था। उनके पिता का नाम कृष्णचंद डी. आडवाणी और माता का नाम ज्ञान देवी था। आडवाणी का प्रारंभिक शिक्षा कराची के सेंट पैट्रिक हाई स्कूल में हुई। विभाजन के बाद उनका परिवार भारत आ गया और उन्होंने अपनी उच्च शिक्षा मुंबई के गवर्नमेंट लॉ कॉलेज से पूरी की। राजनीतिक करियर की शुरुआत आडवाणी का राजनीतिक सफर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़ने के साथ शुरू हुआ। 1947 में, विभाजन के समय उन्होंने कराची में संघ के स्वयंसेवक के रूप में सेवा दी। बाद में वे भारतीय जनसंघ में शामिल हो गए, जो बाद में भारतीय जनता पार्टी में परिवर्ति...

काला पीलिया यानी मौत अगर आपके शरीर में दिख रहे हैं यह संकेत तो सतर्क हो जाए

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  काला पीलिया: लक्षण, कारण और बचाव के उपाय काला पीलिया, जिसे हेपेटाइटिस बी के नाम से भी जाना जाता है, एक गंभीर वायरस संक्रमण है जो लीवर (यकृत) को प्रभावित करता है। यह संक्रमण हेपेटाइटिस बी वायरस (HBV) के कारण होता है और यह रक्त और शारीरिक द्रव्यों के माध्यम से फैलता है। इस बीमारी के कारण लीवर की सूजन, क्षति, और संभावित रूप से लीवर कैंसर हो सकता है। काला पीलिया के लक्षण काला पीलिया के लक्षण हल्के से लेकर गंभीर हो सकते हैं और इनमें निम्नलिखित शामिल हो सकते हैं: जॉन्डिस (पीलिया): त्वचा और आंखों का पीला हो जाना। थकान: लगातार थकान और कमजोरी महसूस होना। भूख में कमी: भूख में कमी और वजन कम होना। बुखार: हल्का बुखार रहना। मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द: मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द और अकड़न। पेट दर्द: पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द और सूजन। गहरे रंग का मूत्र: मूत्र का रंग गहरा हो जाना। मिचली और उल्टी: मिचली आना और उल्टी होना। मल का रंग फीका: मल का रंग हल्का या फीका हो जाना। काला पीलिया के कारण हेपेटाइटिस बी वायरस (HBV) के संक्रमण के कारण काला पीलिया...

पेट के इस हिस्से में है दर्द तो समझ जाए आपका लिवर है खराब जान ले इससे बचने का सही तरीका

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लिवर खराब होने के लक्षण और उसके उपाय लिवर खराब होने के लक्षण लिवर शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है जो पाचन, विषहरण, और प्रोटीन संश्लेषण जैसी कई महत्वपूर्ण प्रक्रियाओं में शामिल है। जब लिवर खराब होता है, तो इसके कई लक्षण दिखाई दे सकते हैं। इनमें से कुछ मुख्य लक्षण हैं: जॉन्डिस (पीलिया) : यह लिवर खराब होने का सबसे प्रमुख लक्षण है। इसमें त्वचा और आंखों का सफेद हिस्सा पीला हो जाता है। थकान : लिवर की समस्याओं के कारण व्यक्ति अत्यधिक थकान और कमजोरी महसूस कर सकता है। अस्वस्थ पाचन : अपच, गैस, उल्टी, और मतली जैसी समस्याएँ लिवर खराब होने का संकेत हो सकती हैं। पेट में दर्द और सूजन : लिवर के बढ़ने या उसमें सूजन के कारण पेट में दर्द और सूजन हो सकती है। मल और मूत्र में बदलाव : लिवर की समस्याओं के कारण मल का रंग हल्का और मूत्र का रंग गहरा हो सकता है। त्वचा और नाखूनों पर धब्बे : लिवर की खराबी के कारण त्वचा पर धब्बे और नाखूनों पर सफेद लाइनें दिख सकती हैं। हाथ-पांव में सूजन : लिवर की समस्याओं के कारण शरीर में जल का संचार सही ढंग से नहीं हो पाता, जिससे हाथ-पांव में सूजन हो सकती है। मानसिक भ्र...