भारत के युवाओं और महिलाओं को बना रही सशक्तः केओ ग्रीन एनर्जी की नई पहल
बेरोजगारी की समस्या एवं आर्थिक आत्मनिर्भरता की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए केओ एनर्जी की पहल इन पहलुओं पर ध्यान केन्द्रित करेगीः
नौकरियों का सृजनः महिलाओं के लिए 1 लाख से अधिक स्टार्ट-अप्स उपलब्ध कराए जाएंगे, जिसमें उन्हें ई-रिक्शॉ, फूड-कार्ट, लोडर रिक्शा, डिलीवरी सर्विसेज़ एवं मोबाइल ई-शॉप्स चलाने का मौका मिलेगा।
व्यापक प्रशिक्षणः कारोबार प्रबन्धन, सरकारी योजनाओं पर प्रशिक्षण दिया जाएगा,एमएसएमई को बैंकों एवं वित्तीय संस्थानों से ऋण पाने के लिए जरूरी जानकारी दी जाएगी।
शिक्षा में सहयोगः डीयूसीए इंडिया एवं उत्तरांचल क्लब ट्स्ट के साथ साझेदारी में ग्रामीण स्कूलों के बच्चों को निशुल्क उच्च शिक्षा दी जाएगी, उन्हें प्रतिष्ठित क्षेत्रों में करियर बनाने के लिए तैयार किया जाएगा जैसे डॉक्टर, इंजीनियर, आईएएस और आईपीएस अधिकारी।
सुरेन्द्र आर्या, उत्तरांचल क्लब ट्रस्ट और डीयूसीए इंडिया के संस्थापक ने इस पहल के महत्व पर जोर देते हुए कहा, "हमारा मिशन महिलाओं और युवाओं को सशक्त बनाना, उन्हें आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर और सामाजिक रूप से सक्षम बनाना है।इस पहल के माध्यम से हम लोगों के जीवन में बदलाव लाना चाहते हैं तथा देशभर के समुदायों के लिए उज्जवल भविष्य को सुनिश्चित करना चाहते हैं। केन्द्रीय बजट 2024-25 में 3 लाख करोड़ के प्रावधान सहित अपनी विभिन्न योजनाओं में महिलाओं के विकास पर फोकस करते हुए सरकार ने महिलाओं और लड़कियों को लाभान्वित करने की दिशा में कदम बढ़ाए हैं, जो हमारे प्रयासों को समर्थन प्रदान करते हैं।
पवन जोशी, केओ ग्रीन एनर्जी के डायरेक्टर एवं राजहंस ग्रूप के संस्थापक ने कहा इस योजना के माध्यम से हम तत्काल राहत के प्रयासं के दायरे से आगे बढ़ना चाहते हैं। तीन सालों में 100,000 लोगों के लिए रोज़गार उत्पन्न करने के महत्वाकाक्षी लक्ष्य के साथ हमारा यह मिशन समुदाय को आर्थिक स्थिरता प्रदान करने और विकास को सुनिश्चित करने की हमारी प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है।हम शिक्षा, आर्थिक सशक्तीकरण एवं पर्यावरण संक्षण सहित समग्र विकास को सुनिश्चित करने के लिए प्रयासरत हैं ।"
दरप्रीत सिंह, केओ ग्रीन इंडिया के डायरेक्टर एवं बैग्स4यू के संस्थापक ने परियोजना पर उत्साह व्यक्त करते हुए कहा, "महिलाओं और युवाओं के लिए नए अवसर उत्पन्न करने और उनके सामने आने वाली बाधाओं को दूर करने के लिए हम यह पहल लेकर आए हैं। शिक्षा, मार्गदर्शन और आर्थिक सहयोग को सुलभ बनाकर हम उनके उज्जवल भविष्य को सुनिश्चित करने तथा समाज में सकारात्मक योगदान देने के लिए तत्पर हैं|
विजय पॉडयाल, केओ एनर्जी एवं डीयूसीए के डायरेक्टर ने इस पहल के व्यापक प्रभाव पर बात करते हुए कहा, "यह प्रोग्राम सिर्फ प्रशिक्षण मोड़्यूल से कहीं बढ़करहै; यह समावेशन एवं समानता की दिशा में एक आंदोलन है। हमारा मानना है कि महिलाओं और युवाओं की क्षमता में निवेश कर हम देश के भविष्य में निवेश कर रहे हैं। एक साथ मिलकर हम एक समान एवं समृद्ध भारत के निर्माण के लिए प्रयासरत हैं।"
केओ ग्रीन एनर्जी की इस पहल को कई चरणों में अंजाम दिया जाएगा, शुरूआत में कुछ चुनिंदा क्षेत्रों में पायलट के रूप में शुरूआत करने के बाद देश भर में इसका विस्तार किया जाएगा। कंपनी प्रोग्राम की सफलता और स्थायित्व को सुनिश्चित करने के लिए स्थायी संगठनों, शैक्षणिक संस्थानों एवं समुदाय के लीडर्स के साथ साझेदारी भी करेगी।